तेरे इंतज़ार को ख़त्म कर ना सका,
मैं कभी इश्क कर न सका |
सपनों में हकीकत भर न सका,
मैं कभी इश्क कर न सका |
सपनों में हकीकत भर न सका,
मैं कभी इश्क कर न सका |
किसी की आँखों में डूब के मर न सका,
मैं कभी इश्क कर न सका |
उस एहसास में तैर के तर न सका,
मैं कभी इश्क कर न सका |
2 comments:
जिसका कोई नहीं होता उसका खुदा है यारो..हा हा हा ..दिल पे मत लेना मजाक कर रहा था..
सर जी आपने तो इश्क कर लिया पर ‘शायद वो आपके इश्क को नहीं समझ सकी।
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