लफ्ज़ो पे दुनिया
मरती हैं
यहाँ प्यार भी एक
"lip-service" हैं
"I love you" का
स्वांग देखो
एक रटा रटाया
ख्याल लगता हैं
कहने वाला बेदिली
से कहता हैं
सुनने वाला बेपरवाह
लगता हैं
कभी रगों के लहू से टपकी, तो कभी बदन के पसीने से। कभी थरथराते होटों से, तो कभी धधकते सीने से। टपकी है हर बार, आजादी, यहाँ घुट-घुट के जीने स...
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