Monday, May 04, 2015

उस पल... इस पल...

उस पल
में थे तुम साथ कभी
इस पल
में रह गई है याद कोई

उस पल
में निकली थी बात कोई
इस पल
में अब वो याद नहीं

उस पल
में प्यारा तेरा प्यार सखी
इस पल
में दिल की है हार सखी

उस पल
का है अनंत विस्तार  कहीं
इस पल
का जैसे कोई आधार नहीं

उस पल
में उम्र कम लगता
इस पल
में हर क्षण भार कोई

उस पल
का जो है याद प्रिये
इस पल
को करता आघात प्रिये

उस पल
से
इस पल
को
आज़ाद करो
आज़ाद करो
आज़ाद करो !!!
ना बर्बाद करो
ना बर्बाद करो
ना बर्बाद करो!!!






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