Tuesday, June 01, 2010

कविता

कविता,
एक चिंतन,
              एक मंथन,
एक आगाज़,
              एक परिवर्तन,
एक सोच,
               एक खोज़,
एक भवर,
               एक भ्रमर,
एक क्रंदन,
              एक स्पंदन,
एक परिचय,
             एक पर-जय,
 एक दुहिता,
             एक परिणीता,
एक उल्लास,
            एक त्रास,
शायद,
           एक प्रेम,
या सिर्फ 
            एक भ्रम ?

2 comments:

संजय भास्‍कर said...

ग़ज़ब की कविता ... कोई बार सोचता हूँ इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है .

Rajkumar Pankaj said...

Ek prem... ise padane ke baad confirm ho gaya...

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