Saturday, June 12, 2010

जिंदगी एक पहेली

जिंदगी एक पहेली, 
                        एक खोज हैं|
जिंदगी एक दर्द, 
                        एक मस्ती-मौज हैं|
जिंदगी एक कहानी, 
                        एक सोच हैं|
जिंदगी एक जंग, 
                        हर-रोज़ हैं|

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कभी रगों के लहू से टपकी

कभी रगों के लहू से टपकी, तो कभी बदन के पसीने से। कभी थरथराते होटों से, तो कभी धधकते सीने से।  टपकी है हर बार, आजादी, यहाँ घुट-घुट के जीने स...